छात्राओं के बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ प्रायोगिक ज्ञान हेतु प्रतिभास्थली में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। ये गतिविधियाँ मुख्य पाठ्यक्रम के पूरक के रूप में कार्य करती हैं इनका मुख्य उद्देश्य छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना होता है। इन्हें स्कूल के नियमित समय के बाद आयोजित किया जाता है।