सृजन (वार्षिकोत्सव)
प्रतिवर्ष प्रतिभास्थली की छात्राएं गुरूजी के दर्शन हेतु उनकी शरण में जाती हैं और उनकी पूर्ण दिनचर्या के दर्शन कर आत्मोन्नति का मार्ग प्राप्त करती हैं ।
इनका जीवन गुरु आज्ञामयी हो और गुरु महिमा को समझ ये अपने जीवन को सार्थक और गरिमामयी बनाएं ऐसी प्रतिभास्थली परिवार की मंगल भावनाएं हैं … इन सभी को सदा मिलती रहे गुरु वंदना।