शिरपुर 2022

 
जिनका वंदन करते करते खुद का वंदन हो जाता है ... एक लम्बे अंतराल और इन्तजार के बाद नन्ही कलियों ने दर्शन प्राप्त किये अपने ह्रदय देवता संत शिरोमणि आचार्य भगवन १०८ गुरुवर श्री विद्यासागर जी महा मुनिराज के।

गुरुदेव के दर्शन और असीम आशीर्वाद प्राप्त कर छात्राओं ने अपने जीवन को धन्य किया। गुरुदेव ने अपनी मंगल सुखदायनी वाणी से सभी को सति सीता के जीवन के प्रसंग सुनाकर कर एक आदर्श व्यक्तित्व को गड़ने की प्रेरणा प्रदान की। धन्य हैं ऐसे गुरु जो सदा अपने भक्तों के कलायन का चिंतन करते है और उन्हें सन्मार्ग दिखाते है।